कोहरे की चादर मे,
सूर्य किरण की ...
सूर्य किरण की ...
शिकारी से छुपते ,
सहमे हिरन की ....
जीवन के गहरे ,
डूबते चरण की ...
हर बात की गाथा गता हूँ ...
मैं जीवन जीता जाता हूँ ..
मैं जीवन जीता जाता हूँ ..
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